सेबी ने कसी AIF स्कीम्स पर लगाम, कहा- इन स्कीम में निवेश से बचें, जानिए क्या होती हैं ये स्कीम
सेबी ने कहा कि लगातार ऐसी शिकायतें मिली थी कि स्पॉन्सर घाटे का बोझ कम ले रहे थे. जबकि इसमें कुछ अन्य नियम बनाए गए थे कि जिस अनुपात में निवेश उसी हिसाब से घाटे का बोझ, लेकिन कुछ स्किमों में घाटे का बोझ उनपर यह कह कर डाला जा रहा था कि उनका पेमेंट प्रायोरिटी है.
Sebi on AIF schemes: मार्केट रेगुलेटर सेबी ने 23 नवंबर को एक बयान जारी कर कहा घाटे सहने में भेदभाव वाली AIF (अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड्स) स्कीमों में निवेश करने से रोका है. सेबी इस पर एक सर्कुलर जारी किया है. इसमें सेबी ने कहा कि प्रायोरीरिटी डिस्ट्रिब्यूशन मॉडल पर काम करने वाले AIF स्कीम्स को किसी नए निवेश से बचना चाहिए. यह रोक तब तक जारी रहेगी जब तक इस पर कोई विचार नहीं कर लेती. सेबी इस पर अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट पॉलिसी एडवाइजरी कमेटी (AIPAC) और इंडस्ट्री के साथ विचार कर रही.
क्या कहता है सेबी के नियम?
सेबी ने कहा कि लगातार ऐसी शिकायतें मिली थी कि स्पॉन्सर घाटे का बोझ कम ले रहे थे. जबकि इसमें कुछ अन्य नियम बनाए गए थे कि जिस अनुपात में निवेश उसी हिसाब से घाटे का बोझ, लेकिन कुछ स्किमों में घाटे का बोझ उनपर यह कह कर डाला जा रहा था कि उनका पेमेंट प्रायोरीटी है.
AIF क्या होता है?
अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड या एआईएफ एक ऐसा फंड है जिसे भारत में बनाया गया है, जो निजी निवेश को साथ लेकर आगे बढ़ता है. इनमें कुछ चुनिंदा लोगों से निवेश लिया जाता है और इन्वेस्टमेंट पॉलिसी के अनुसार इन्वेस्ट किया जाता है. AIF में कम से कम निवेश की शर्त 1 करोड़ रुपए होती है. बड़े निवेशक डायवर्सिफिकेशन के लिए अपनाते हैं.
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AIF निजी तौर पर पूल किये गये निवेश स्कीम (investment vehicle) होते हैं. इस स्कीमों में निवेशकों से जुटाए गए पैसे को निवेशकों के लाभ के लिए एक पूर्वनिर्धारित निवेश योजना के तहत निवेश किया जाता है.
AIF कितने प्रकार का होता है?
अलग-अलग तरह के कैटेगरी के लिए आवेदक अपना रेजिस्ट्रेशन एआईएफ के लिए करवा सकते हैं. इसके तहत आवेदक अलग अलग कैटेगरी और सब कैटेगरी के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते है जिस प्रकार के नियम उनपर लागू हो. इसमें 3 प्रकार के कैटेगरी के AIF होते हैं.
कैटेगरी I AIF
- वेंचर कैपिटल फंड्स
- एसएमई फंड्स
- सोशल वेंचर फंड्स
- इंफ्रास्ट्रकचर फंड्स
क्या होता है कैटेगरी I AIF?
कैटेगरी I AIF जो स्टार्ट-अप या शुरुआती चरण के उपक्रमों या सामाजिक उपक्रमों या में निवेश करते हैं. एसएमई या इंफ्रास्ट्रकचर या अन्य क्षेत्र या क्षेत्र जो सरकार या नियामक सामाजिक या आर्थिक रूप से वांछनीय मानते हैं और इसमें शामिल होंगे. वेंचर कैपिटल फंड, एसएमई फंड, सोशल वेंचर फंड, इंफ्रास्ट्रक्चर फंड और इस तरह के अन्य AIF में स्पेसीफाइ किए जा सकते हैं.
क्या होता है कैटेगरी II AIF?
एआईएफ जो कैटेगरी I और III में नहीं आते हैं और जो अंडरटेक नहीं करते हैं. दिन-प्रतिदिन की ऑपरेशनल आवश्यकताओं को पूरा करने के अलावा अन्य लाभ उठाना या उधार लेना और सेबी (अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड) विनियमों 2012 में अनुमति के अनुसार, विभिन्न प्रकार के फंड जैसे रियल एस्टेट फंड, प्राइवेट इक्विटी फंड (पीई फंड), डिसस्ट्रेस एसेट के लिए फंड आदिकैटेगरी II AIF के रूप में रजिस्टर किए जाते है.
क्या होता है कैटेगरी III AIF
AIF जो अलग अलग व्यापारिक रणनीतियों को नियोजित करते हैं और नियोजित कर सकते हैं. लिवरेज जिसमें सूचीबद्ध या असूचीबद्ध डेरिवेटिव में निवेश शामिल है. विभिन्न प्रकार के फंड जैसे हेज फंड, पीआईपीई फंड आदि कैटेगरी III एआईएफ के रूप में रेजिस्टर किए जाते है.
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06:08 PM IST